मायाजाल - A Honey Trap ------ Part- 2

                               जानने के लिए पढ़ते रहिये। .      

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क्या ह्म्म्मम्म ह्म्म्मम्म किये जा रही हु कुछ बोलो तो सही -- दूसरी तरफ से आवाज आयी. सुनते ही लीला होश में आ गयी.  अब क्या कर सकते है जो होना था वो तो हो गया।  अब झेलने के अलावा चारा ही क्या है. इस तरह फ़ोन पर भी कब तक बात कर सकते है. मिल भी नहीं सकते तुम बैठे भी इतनी दूर u.s. में हो बस फोन पर बात करके कब तक ऐसे ही मन बहलाते रहेंगे।वो तो बाहेर ऐश कर रहा है और मै अकेलेपन की मरीज बन चुकी हु।  वो  तो मुझे तुम मिल गए वार्ना मेरा क्या  होता. - लीला रुआंसी होकर बोली। 

mayajaal, pati patni or vo

मेरा नहीं बोलो हम दोनों का क्या होता। जिस दिन से इससे शादी हुई है सुकून नहीं मिला।  ऐसा लगता था life खत्म हो गयी है. बीएस ऑफिस से घर और घर से ऑफिस बीएस यही बच गया था. मने social media पर तुम्हे न जाने कहा कहा नहीं ढूंढा , तुम्हारे मेरे common friends से भी पूछा पर किसी ने तुम्हारे बारे में मुझे कुछ नहीं बताया और एक दिन तुम मुझे facebook पर नजर आयी. ऐसा लगा मानो एक सुकून दौड़ गया दिलोदिमाग में।  आखिर मेरी तलाश पूरी हुई और तुम मुझे मिल ही गयी. --- दूसरी तरफ से आये इस repeat dialog से लीला फिर से खिल गयी. हलाकि ये सब वो कई बार सुन चुकी थी जब से उससे फिर से राबता जुड़ा था. 


अच्छा सुनो न -- दूसरी तरफ से फिर से सरगोशी हुई. 


हां कहो ना -- लीला ने उसी ही खूबसुरती के सा जवाब दिया। 


जब मई India आऊंगा तब तुम मुझसे मिलोगी ना. 


off course .... ये भी कोई कहने की बात है. तुम बताओ कहा मिलना है. -- लीला ने ख़ुशी से कहा. 


वोटो decide कर लेंगे. मैं जल्दी ही वापिसी की सोच रहा हु. but तुम अपने पति का क्या करोगी. -- वह से question हुआ. 


tu nahi vo , humsufer

देखते है. वोतो  तब की बात है. मम्मी के घर चली जाउंगी। वो सेटिंग तो हो जायगी।  पहले तुम आओ तो सही-- लीला ने इठला कर कहा. अच्छा अब तुम फ़ोन रखो. नवीन आते ही होंगे।  बेकार में उसे शक हो गया तो सवाल जवाब शुरू हो जायँगे।  


okk  bye baby अपना ख्याल रखना और मुझे याद करती रहना -- कहकर दूसरी तरफ से फ़ोन disconnect हो गया.  लीला ने भी एक दिलकश मुस्कराहट के साथ फ़ोन रख दिया।  जैसे ही वो फ़ोन रखकर पलटी पीछे नवीन खड़ा था. नवीन को देखते ही उसके चेहरे पर हवइया उड़ने लगी. 


क्या हुआ  ये चेहरे का रंग को उड़ गया. मै कितनी देर से तुम्हारा नंबर try कर रहा हु और continuously तुम्हारा फ़ोन बिजी जा रहा है. जब भी तुम्हारा फ़ोन मिलता हु बिजी ही जा रहा होता है. आखिर तुम किस्से इतनी लम्बी लम्बी बात करती हो. क्या चल क्या रहा है. ........ नवीन ने tensed होते हुए पूछा। किसी अनजाने खतरे की घंटी कुछ दिनों से उसे कानो में बजती हुई महसूस हो रही थी. मन वो बिजी रहता था पर अँधा नहीं था की वो अपनी बीवी के बदले रंग ढंग न महसूस कर सके. जिसके साथ रहते हुए उसे १२ साल हो चुके है उसकी आंखो के झुकने और उटने से भी वो हवा का रुख पहचान जाता था और वैसे भी वो एक बड़ी company का सीईओ था।  दिन रात अपने workers को पड़ता था. फिर वोतो उसकी बीवी थी.  ये सच है की जिम्मेदारियां बढ़ने की वजह से वो उस को टाइम नहीं दे पा रहा था।  ये वो भी जानता था पर वो helpless था एक अच्छे lifestyle  के लिए hardwork जरूरी था. अगर वो अभी इसे ignore करेगा तो तरक्की के दरवाजो को अपने हाथो से बंद कर देगा। उसने लाइफ में बहुत बुरा टाइम और गरीबी देखि थी. इसके बाद भी आज वो अपनी मेहनत और लगन से यह तक पंहुचा था।  अब इस level पर आकर वो quiet नहीं क्र सकता था. सालो की मेहनत पर पानी फिर जाता. उसे उम्मीद थी लीला उसे समझेगी पर अब उसे अपना घर उजड़ता हुआ सा महसूस हो रहा था क्योकि कुछ दिन से लीला ने उस पर ध्यान देना बिलकुल बंद कर दिया था. वो अपनी ही दुनिया में खोयी रहती थी. कुछ बात करना चाहो तो चीड़ कर जवाब देती थी. घर का माहोल एकदम से अजीब सा हो गया था. जैसे वो इस लीला को जानता ही नहीं था।


चल क्या रहा रहा? क्या चलेगा।  तुम तो बात करते नहीं हो. मेरे लिए वक़्त तुम्हारे पास नहीं है सारे दिन मैं इन दीवारों को घूरती रहती हु. अब क्या फ़ोन पर भी किसी से बात नहीं कर सकती. तुम्हारी तरह किसी से चक्कर नहीं चल रहा है इसलिए फालतू के सवाल करकर irritate मत करो. -- लीला एकदम इस तरह गुस्से से लाल हो गयी जैसे की कोई चोरी पकड़ी गयी हो. 


उफ्फफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ तुम्हारा ये शक. मै ऐसा क्या करू की तुम्हारा ये बेबुनियाद शक दूर हो जाय और तुम पहले वाली लीला बन जाओ. मैं दिन रात म्हणत क्र रहा हु ताकि हमें सब कुछ मिल सके. post के साथ जिम्मेदारियां भी आती है. तो मेरा किसी के साथ कोई चककर वक्कर नहीं चल रहा है. प्लीज इस वक़्त तुम मेरा साथ दो ताकि आगे की जिंदगी आराम से कट सके. ये सारा ऐशोआराम मेरी जॉब की ही देंन है. ये lifestyle ये महंगे कपड़े ज्वेल्लेरी सब इसी की देंन है और तुम मुझे कौस रही हो शक कर  रही हो. seriously is it..........  ये क्या। .... वो उसे वह अकेला खड़ा छोड़कर जा चुकी थी बिना कोई जवाब दिए. वो हैरानी से उस तरफ देखता रह गया बड़े दुःख के साथ। .. क्या अब हम बात करने लायक भी नहीं रहे..... या जो मैं महसूस कर रहा हु वो .... ... .... ... .... ..  सोचते ही नवीन का दिमाग फटने सा लगा और वो वही सर पकड़ कर बैठ गया। आने वाली तबाही उसके इन्तजार में थी जिसका उसे भी पूरी तरह एहसास नहीं था। ......



मेरे डायमंड इयररिंग्स फ़रवरी   

...............TO BE CONTINUED............